एक शाम बाबा के नाम.....!!

 श्री बाबा रामदेव जी के मेले के अवसर पर भादवा सुदी १० , मंगलवार को मंदिर में विशाल भजन संध्या आयोजित की गयी। भजन संध्या का शुभारम्भ जोधपुर के सुप्रसिध्द गायक उदय सिंह राजपुरोहित ने गणेश वंदना "गौरी के नंदा गजानंद गौरी के नंदा ...." से की । इसके बाद गुरु महिमा का वर्णन करते हुए "आज रे आनंद भयो म्हारे सतगुरु आया पावणा", "खम्मा खम्मा वो म्हारा रुनिचे रा धनियाँ ...." और लोक देवता रामदेव जी के अन्य लोकप्रिय भजनों की शानदार प्रश्तुतियाँ देकर श्रोतावों की खूब वाहवाही लुटी।


 फुलेरा से आई गायिका अन्नू ने " घुमड़े म्हारा बालाजी घम्मर घम्मर घोटो.....", "लुगायां गावो ये मंग्लाचार तेजोजी  परनिजे तेजो परनिजे  रे धोल्यो जाट परनिजे....." और "रुनिचे वाला हेलो म्हारो सुणजे रे......" सरीखे भजन प्रस्तुत कर श्रोतावों को झुमने पर मजबूर कर दिया । इसके अलावा जोधपुर के दिनेश, उर्मिला व पूजा ने भी भजनों पर नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां दी।                                          
मंच सञ्चालन चन्दन सिंह राजपुरोहित ने किया, जिन्होंने भजन संध्या की शुरुआत में  बाबा रामदेवजी की जन्म कथा का संक्षिप्त वर्णन किया। पूरी रात श्रद्धालु भजनों का आनंद लेते हुए बाबा के जागरण में डटे रहे। सुबह बाबा रामदेव जी  की आरती के साथ विशाल भजन संध्या का समापन किया गया। 



मेले में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब


 ग्राम बेडवा के बाबा रामदेव जी महाराज के मंदिर में भादवा सुदी दशमी, मंगलवार को श्री बाबा रामदेवजी का २२ वां मेला बड़े ही धूमधाम से भरा गया । मंदिर में सुबह से ही भक्तों का ताँता लगा रहा जो देर रात तक जारी रहा । मंदिर में बेडवा सहित आस पास के गाँवो के हजारों श्रद्धालुवों ने बाबा के दरबार में मत्था टेका और सुख शांति की कामना की । बाबा की प्रतिमा व मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया । बाबा की दोपहर को १२ बजे महाआरती  हुयी तथा लोगों ने बाबा की ज्योत के दर्शन किये , इसी दौरान मंदिर बाबा के जयकारों से गूंज उठा। मेले में लगी अस्थाई दुकानों से लोगों ने जमकर खरीददारी की । बच्चों व महिलावों ने अपनी अपनी पसंद की वस्तुए खरीदी । मेले में आइसक्रीम व चाट पकोड़ी का भी लोगों ने भरपूर लुफ्त उठाया ।
 शाम को मंदिर परिसर में जशवंतगढ़ के सुप्रसिद्ध कलाकारों  द्वारा आकर्षक व मनमोहक झांकियों का प्रदर्शन भी किया गया । मेले में पधारे भक्त इन झाँकियों को देखकर आश्चर्यचकित हो गए ।
इससे पहले भादवा सुदी ९ सोमवार को बाबा को नेजा चढ़ाया गया । श्री सत्यनारायण मंदिर से विशाल शोभा यात्रा व ध्वजपरिक्रमा शुरू हुयी जो गाजे बाजे के साथ बाबा के मंदिर पहुंची , जहाँ पर बाबा का नेजा चढ़ाया गया ।