HISTORY

                                श्री बाबा रामदेव मंदिर, बेड़वा

धोरां धरती राजस्थान के नागौर जिले में स्थित बेड़वा गाँव में जन- जन की आस्था के केंद्र व् भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने वाले कलयुग अवतारी श्री बाबा रामदेव जी महाराज का अति प्राचीन मंदिर है|  इस अति प्राचीन मंदिर में पगल्या ( श्री रामदेवजी के चरण ) की स्थापना विक्रमी संवत १५४७, मिति श्रावण शुक्ल दशमी को की गयी थी । इसके बाद समय- समय पर ग्रामवासियों के आर्थिक सहयोग से मंदिर में निर्माण कार्य होते रहे । विक्रमी संवत २००३, आषाढ़ कृष्णा ९ को मंदिर मंडप और संवत २०४७ फिर मंदिर का जीर्णोधार किया गया जिसके तहत मंदिर की चारदीवारी, बरामदा (हॉल) तथा मरम्मत की गयी ।

वर्तमान समय में विराजित श्री रामदेवजी महाराज की मूर्ति की स्थापना संवत २०६८, मिति ज्येष्ठ शुक्ल २ को की गयी । इसके साथ ही नवनिर्मित बालाजी मंदिर में भी श्री बालाजी की मूर्ति स्थापित की गयी । मंदिर में श्री रामदेवजी और श्री बालाजी के मंदिर के अलावा डालीबाईसा, श्री केशरिया कंवरजी और श्री पाबूजी महाराज के भी स्थान (गुमटी)  है ।
मंदिर परिसर में विकास कार्यों  के तहत दो मुख्य द्वार, डंडा (चारदीवारी ), यज्ञशाला, कमरे, रसोई, सत्संग मंच, कबूतरखाना, पानी की टंकी, शौचालय, स्नानघर व पेशाबघर का निर्माण दानदाताओं के आर्थिक सहयोग से पूर्ण किये गये है ।
मंदिर में वैसे तो वर्ष पर्यन्त छोटे- बड़े उत्सव व कार्यक्रम होते रहते है लेकिन हर वर्ष भादवा के महीने में बाबा रामदेव जी का विशाल मेला लगता है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शनार्थ मेले में आते है और बाबा का आशीर्वाद लेते है । इस तीनदिवसीय मेला महोत्सव के तहत विशाल शोभा यात्रा, ध्वज परिक्रमा, ध्वजारोहण, हवन, झांकी दर्शन और विशाल भजन संध्या के अलावा अन्य विभिन्न कार्यक्रम होते है ।इस मेले में स्थानीय लोगों के अलावा बाहर के लोग भी आकर हाट व दूकानें लगाते हैं । लोकगीतों की गुंजन और भजन कीर्तनों की झनकार के साथ पैदल और आधुनिक वाहनों से श्रद्धालु बाबा के दरबार तक पहुंचते हैं। यहां कोई छोटा होता है न कोई बडा, सभी लोग आस्था, भक्ति और विश्वास से भरे, रामदेव जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचते हैं । यहां मंदिर में नारियल, पूजन सामग्री और प्रसाद की भेंट चढाई जाती है । मंदिर में सैकडों यात्रियों के खाने-पीने का इंतजाम होता है। विभिन्न कार्यालय अपनी प्रदर्शनियां लगाते हैं। मनोरंजन के अनेक साधन यहां उपलब्ध रहते हैं । श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ-साथ मेलार्थी अपना मनोरंजन भी करते हैं और आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी भी।
 निसंतान दम्पत्ति कामना से अनेक अनुष्ठान करते हैं तो मनौती पूरी होने वाले बच्चों का झडूला उतारते हैं और सवामणी करते हैं । रोगी रोगमुक्त होने की आशा करते हैं तो दुखी आत्माएं सुख प्राप्ति की कामना और यू एक लोक देवता में आस्था और विश्वास प्रकट करता हुआ यह मेला एकादशी को सम्पन्न हो जाता है ।
       ॥ हारे के सहारे की जय ॥    ॥ रुणिचे के श्याम की जय ॥



श्री बाबा रामदेव मंदिर
गाँव: बेड़वा  तहसील: डीडवाना
जिला: नागौर (राज.) ३४१५०६















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